घर पर कैसे पता करे की प्रेग्नेंट है या नहीं? इस सवाल का सटीक जवाब तो प्रेगनेंसी टेस्ट के जरिए ही मिल सकता है । लेकिन इस से पहले आप को इसके बारे मे बताने वाले लक्षण दिखाई दे सकते है और यह लक्षण कभी-कभी प्रेग्नेंट होने के बारे में भ्रम पैदा कर सकते है ।
इस पोस्ट के जरिए हम गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों के बारे मे जानेंगे । साथ ही यह देखेंगे की प्रेग्नेंट है या नहीं यह कैसे पता करे ?
कैसे पता करे की प्रेग्नेंट है या नहीं?
तीन तरीकों से आप यह पता कर सकती है की आप प्रेग्नेंट है या नहीं,
इसमें पहला तरीका किसी और स्वास्थ्य समस्या के कारण प्रेगनेंट होने का भ्रम पैदा कर सकते है । जब की यूरिन और ब्लड टेस्ट लगभग सटीक जानकारी देते है । लेकिन आप इन्हे पीरीयड मिस करने के बाद ही इस्तेमाल कर सकते है ।
प्रेगनेंसी की शुरुआती लक्षणों से पता करे
1. पीरीअड को मिस कर जाना
यदि आपने हाल ही के महीने मे अपने साथी के साथ शरारिक संबंध स्थापित किया है । और आप की उम्र गर्भधारण करने योग्य है और आप की माहवारी या पीरीअड को शुरू होने के अपेक्षित तारीख को एक सप्ताह या उस से ज्यादा गुजर चूका हो तो इसका कारण प्रेगनेंसी हो सकती है । लेकिन किसी विशेष परिस्थिति मे यदि आप अनियमित मासिक धर्म के परेशानियों से गुजर रहे हो तो यह लक्षण भ्रामक हो सकता है ।
2. मूड मे बदलाव
प्रारंभिक गर्भावस्था में आपके शरीर में हार्मोन की बाढ़ आपको असामान्य रूप से भावुक बना सकती है और आप को रोना भी या सकता है । इसे मनोदशा मे बदलाव यानि मूड स्विंग होना भी कह सकते है । प्रेगनेंसी मे मूड स्विंग आम बात है । इस दशा से उभरने के लिए आप अपने साथी की मदद ले । खुश रहे और अवसादी विचारों को अपने आस पास भटकने ना दे ।
3. कोमल, सूजे हुए स्तन
इसी तरह प्रेग्नेंट होनेपर आप फुले हुए स्तन महसूस कर सकती हो । गर्भावस्था की शुरुआत में हार्मोनल परिवर्तन आपके स्तनों को संवेदनशील और पीड़ादायक बना सकते हैं। कुछ हफ़्तों के बाद बेचैनी कम होने की संभावना है क्योंकि आपका शरीर हार्मोनल परिवर्तनों की आप के शरीर को आदत हो जाती है।
4. जी मिचलाना और उलटी
गर्भवती होने से १-२ महीने बाड़ आप को मॉर्निंग सिक्नेस जैसी परेशानी हो सकती है । यह दिन मे किसी भी वक्त हो सकती है । कुछ महिलाओ का शुरू मे जी मिचला सकता है । कुछ उलटी कर सकती है । इसके पीछे भी हार्मोन्स का बदलाव होता है । हालाकी कुछ महिलाओ मे यह लक्षण नहीं दिखाई देते । असीडीटी के कारण भी इस तरह का भ्रम हो सकता है ।
5. ज्यादा पेशाब आना
प्रेग्नेंट होने के बाड़ आप को ज्यादा बार पेशाब या सकती है । और आप इसे आसानी से महसूस कर सकते है । इसकी वजह गर्भावस्था के दौरान बढ़ी हुई रक्त की मात्रा होती है । बढ़े हुए रक्त की मात्रा की वजह से आप की किडनी अतिरिक्त तरल पदार्थ को फ़िल्टर करती है और मूत्राशय मे ज्यादा पेशाब जमा होती है ।
6. थकान महसूस होना
प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षणों मे सबसे ऊपर थकान का नंबर आता है । इस दौरान आप थके हुए महसूस करते है । गर्भावस्था के पहले ३ माह मे आप को ज्यादा थकान और नींद महसूस होती है । थकान हार्मोन्स के स्तर मे वृद्धि के कारण महसूस होती है जबकि नींद का निश्चित कारण कोई नहीं जानता ।
7. फुला हुआ महसूस करना
प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन आपको फूला हुआ महसूस कर सकते हैं, ठीक उसी तरह जैसे आप मासिक धर्म की शुरुआत में महसूस कर सकती हैं।
8. गर्भाशय में ऐंठन
कुछ महिलाओं को गर्भावस्था की शुरुआत में हल्के गर्भाशय में ऐंठन का अनुभव होता है। हार्मोनल परिवर्तन के कारण आपका पाचन तंत्र धीमा हो जाता है, जिससे कब्ज भी हो सकता है।
9. गंधों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाना
जब आप गर्भवती होती हैं, तो आप कुछ गंधों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकती हैं और स्वाद की आपकी भावना बदल सकती है। गर्भावस्था के अधिकांश अन्य लक्षणों की तरह, इन खाद्य वरीयताओं को हार्मोनल परिवर्तनों तक चाक-चौबंद किया जा सकता है।
10. शरीर से होने वाले डिस्चार्ज में बदलाव होना
सर्वाइकल डिस्चार्ज का बढ़ना प्रारंभिक गर्भावस्था का संकेत है। इम्प्लांटेशन के बाद सर्वाइकल डिस्चार्ज गाढ़ा हो जाता है और तब तक ऐसा ही रहता है जब तक आपका पीरियड मिस न हो जाए। पेशाब करते समय आपको चुभन महसूस हो सकती है। इसके अलावा, आपके योनि क्षेत्र के आसपास खुजली और असुविधा भी हो सकती है।
इनमें से कई लक्षण भ्रामक हो सकते है और उनकी वजह कुछ और हो सकती है । शायद आप किसी बीमारी मे मुब्तला हो । इसीतरह इनमे से कई लक्षण दिखाई दिए बिना भी आप प्रेग्नेंट हो सकती हो । यह सभी लक्षण प्रेगनेंसी मे दिखाई ही दे ऐसा जरूरी नहीं है । फिर भी आप प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा प्रेगनेंसी का पता लगा सकते
प्रेगनेंसी किट का इस्तेमाल कर (यूरिन टेस्ट)
आप प्रेगनेंसी किट का इस्तेमाल कर घर पर पता कर सकते है की प्रेग्नेंट है या नहीं। आप को प्रेगनेंसी किट के खाने में सुबह पेशाब के कुछ बुँदे डालना होती है, और अगर किट पर लाल रंग की दो लकिरे बन आई तो आप प्रेग्नेंट है । अन्यथा सिर्फ एक लकीर बन आएगी जिसका मतलब है की आप प्रेग्नेंट नहीं है ।
शरीर मे मौजूद कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) की मात्रा का परीक्षण कर प्रेगनेंसी का पता लगाया जाता है । गर्भधारना होते ही हमारा शरीर उन पदार्थों और रसायनों को निर्माण करना शुरू कर देता है जिसकी जरूरत मानव भ्रूण के कोशिकाओ के विकास के लिए जरूरी होते है ।
इन्ही रसायनों और हार्मोन मे एचसीजी (hCG ) है जो बहुत ही जल्दी बनने लग जाता है । यह रसायन केवल गर्भवती महिलाओं में पाया जाता है और गर्भाधान के लगभग 10 दिनों के बाद गर्भाशय (गर्भ) में निषेचित अंडे के प्रत्यारोपण के बाद यह बनना शुरू हो जाता है।
घर पर चेक करने के लिए, प्रेगा न्यूज़ प्रेगनेंसी टेस्ट पीरीअड मिस होने के 10-14 दिन बाद करना चाहिए।
यही हार्मोन्स की कुछ मात्रा यूरिन में भी चली जाती है । इसी हार्मोन्स को हम घरपर प्रेगनेंसी किट के इस्तेमाल या खून का परीक्षण कर टेस्ट करते है और पता लगाते है के हम प्रेग्नेंट है या नहीं ।
hCG लेवल ब्लड टेस्ट कर
रक्त परीक्षण के माध्यम से किया जाने वाला प्रेगनेंसी टेस्ट गर्भावस्था का पता लगाने के लिए एक अत्यधिक सटीक और संवेदनशील तरीका है। इस चिकित्सा प्रक्रिया में मानव कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) नामक हार्मोन की उपस्थिति का पता लगाने के लिए एक खून का टेस्ट किया जाता है ।
इन परीक्षणों की सिफारिश अक्सर उन मामलों में की जाती है जहां एक महिला अनियमित मासिक धर्म चक्र का अनुभव करती है, गर्भावस्था की जटिलताओं का इतिहास रखती है, या जब गर्भावस्था की सटीक डेटिंग की आवश्यकता होती है। रक्त-आधारित गर्भावस्था परीक्षण के परिणाम स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हैं, जिससे वे गर्भवती माताओं को उचित प्रसव पूर्व देखभाल और मार्गदर्शन प्रदान करने में सक्षम होते हैं।
गर्भावस्था के लिए रक्त परीक्षण विशेष परिस्थितियों में किया जा सकता है, जैसे कि उन महिलाओं के लिए जिनका बांझपन का इलाज चल रहा है या जब स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को लगता है कि कोई समस्या हो सकती है।
प्रेगनेंसी टेस्ट कब करनी चाहिए ?
आप पीरियड मिस होने के 10-14 दिन बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट कर सकते हैं।
यदि आप प्रेग्नेंट होने के सारे शर्तों को पूरा करती है जैसे की , हाल ही मे आप ने अपने साथी के साथ शारीरिक संबंध स्थापित किया हो और आप गर्भधारण योग्य उम्र की हो तो, तो यह एक अच्छा विचार है कि आप एक परीक्षण करें और सुनिश्चित करें की आप प्रेग्नेंट हो या नहीं ।
यदि आप गर्भवती हैं, तो आपको प्रसव पूर्व देखभाल शुरू करने की आवश्यकता होगी। घरपर प्रेगनेंसी टेस्ट इस पाज़िटिव आने के लिए कमकसे कम आप को १० दिन का इंतजार करना होगा । इससे जल्द टेस्ट करनेपर आप का रिजल्ट फाल्स नेगटिव या सकता है । इन स्थिति मे आप गर्भावस्था के आम लक्षणों पर ध्यान दे सकती है ।
घर पर प्रेगनेंसी किट द्वारा प्रेगनेंसी का पता कैसे लगाए ?
घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करने के लिए उपकरण या किट आता है । यह किट आप के पेशाब मे मौजूद एचसीजी (hCG) का परीक्षण करता है । और उसले मौजूदगी मे किट पर पाज़िटिव की लकीर बनाता है । यह किट गर्भावस्था परीक्षण मे ९९% प्रभावी होते है । सही वक्त और तरीके से परीक्षण करने पर आप को सटीक नतीजे मिलेंगे।
यह किट अक्सर मेडिकल स्टोर मे उपलब्ध होते है । इसे खरीदने के लिए डॉक्टर के पर्चे की भी जरूरत नहीं पड़ती। अलग अलग ब्रांड के कई सारे किट बाजार मे मौजूद है । इन्हे इस्तेमाल करने से पहले दिशा निर्देश वाले पर्ची को ध्यान से पढ़ ले ।
जब आप घर पर ही गर्भावस्था परीक्षण करने जाती हैं, तो आप आमतौर पर तैयार रासायनिक पट्टी पर मूत्र/पेशाब की कुछ बूंदों को किट मे बताए गए जगह डाले । यह पट्टी विशेष रूप से एचसीजी का पता लगाने के लिए डिज़ाइन की गई होती है। इसके द्वारा गर्भधारण के लगभग 10 दिनों के बाद आपके मूत्र में एचसीजी का पता लगाया जा सकता है। हालांकि, आपके पीरियड मिस होने के बाद इसे लेने से फॉल्स-नेगेटिव होने की संभावना कम हो जाती है।
घर पर गर्भावस्था परीक्षण करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिनमें शामिल हैं:
- जब भी संभव हो अपने पहले सुबह के मूत्र का प्रयोग करें। यह दिन का वह समय है जब आपका एचसीजी स्तर सबसे अधिक केंद्रित और आसानी से पता लगाया जाएगा। यदि आप इसे दिन के किसी अन्य समय पर करते हैं, तो कोशिश करें और सुनिश्चित करें कि आपका मूत्र आपके मूत्राशय में कम से कम चार घंटे से है।
- गर्भावस्था परीक्षण करने से पहले अत्यधिक मात्रा में तरल पदार्थ नहीं पीना। बहुत से लोग सोचते हैं कि इससे पेशाब की मात्रा बढ़ जाएगी, लेकिन यह आपके एचसीजी के स्तर को पतला भी कर सकता है।
- परीक्षण शुरू करने से पहले परीक्षण के साथ आने वाले निर्देशों को अच्छी तरह से पढ़ना और प्रत्येक चरण का ठीक-ठीक पालन करना।
प्रेग्नेंट है कैसे पता करे ? का जवाब जितना जल्द आप अपने प्रेगनेंसी के बारे मे कन्फर्म हो जाएंगे उतने जल्दी मिलेगा और आप अपने सेहत का खयाल रखना शुरू कर सकती है । शुरुआती चरण मे आप को विटामिन, हीमोग्लोबिन और फॉलिक ऐसिड की ठीक ठाक जरूरत पड़ने वाली होगी । तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से सलाह ले ।