जानिए दशमूलारिष्ट कब नहीं पीना चाहिए?

आयुर्वेद में बहुत शास्त्रीय औषधियों में से एक है दशमूलारिष्ट, जो जड़ी-बूटियों का मिश्रण है और विभिन्न रोगों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है। इस रसायन का उपयोग प्रमुख रूप से श्वासरोग, ज्वर, और पाचन संबंधी समस्याओं में किया जाता है।

हालांकि, किसी भी आयुर्वेदिक औषधि का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है, ऐसा दशमूलारिष्ट के लिए भी है। यहां हम जानेंगे कि दशमूलारिष्ट कब नहीं पीना चाहिए।

दशमूलारिष्ट कब नहीं पीना चाहिए?

dashmularisht by dabur
Image of Dashmularishta Syrup Bottle from Dabur

आम तौर पर गर्भावस्था , किडनी फैल्यर और हाई ब्लड प्रेशर में दशमूलारिष्ट नहीं पीना चाहिए। दशमूलारिष्ट पीना शुरू करने के बाद अलर्जी की समस्या दिखाई देने पर भी इसे नहीं पीना चाहिए ।

आगे हम हर एक समस्या में दशमूलारिष्ट के परिणामों को जानेंगे ,

  1. गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को दशमूलारिष्ट का सेवन नहीं करना चाहिए, विशेषकर पहले तीन महीने, क्योंकि इसमें कुछ जड़ी-बूटियां हो सकती हैं जो गर्भावस्था के लिए अनुचित हो सकती हैं।
  2. डायबिटीज: डायबिटीज के रोगियों को दशमूलारिष्ट का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। इसमें शक्कर की मात्रा हो सकती है, जिससे रक्त शर्करा स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है।
  3. किडनी समस्याएं: किडनी समस्याओं वाले व्यक्तियों को भी इसे हवा के बराबर देखा जाता है, क्योंकि इसमें कुछ तेल हो सकता है जो किडनी को अधिक बोझ पहुंचा सकता है।
  4. गुर्दे की पथरी: गुर्दे की पथरी के रोगियों को दशमूलारिष्ट का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि इसमें कुछ रेनल बिनिर्माण हो सकता है जो पथरी को बढ़ा सकता है।
  5. अत्यधिक गरमी: यदि किसी व्यक्ति को अत्यधिक गरमी की समस्या है, तो उसे दशमूलारिष्ट का सेवन करने से पहले ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इसका सेवन और भी ज्यादा तापमान बढ़ा सकता है।
  6. अधिक रक्तचाप: उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों को दशमूलारिष्ट का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि इसमें थोड़ा सा नमक हो सकता है जो रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
  7. अलर्जी या उच्चतम पित्त: कुछ व्यक्तियों को अलर्जी या उच्च पित्त की समस्या हो सकती है, जिन्हें दशमूलारिष्ट से बचना चाहिए। इससे उच्च पित्त और अलर्जी की समस्याएं बढ़ सकती हैं।

अगर किसी व्यक्ति को उपरोक्त समस्याओं में से कोई भी है, तो उसे दशमूलारिष्ट का सेवन करने से पहले एक प्रशिक्षित आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेना चाहिए। चिकित्सक व्यक्ति के रोग और शारीरिक स्थिति का ध्यान रखकर सही मात्रा और उपयोग की सिफारिश करेंगे ताकि व्यक्ति किसी भी हानि से बच सके।

लेखक के बारे में ,
अस्पताल और स्वास्थ्य देखभाल उद्योग में काम करने के प्रदर्शन के इतिहास के साथ अनुभवी विशेषज्ञ। पब्लिक स्पीकिंग, मेडिकल रिव्यू, टीचिंग, हेल्थकेयर, मेडिकल राइटिंग और क्लिनिकल रिसर्च में कुशल।