ज्यादातर स्टूडेंट का पढ़ाई में मन नहीं लगता । अगर आप भी पढ़ाई में ध्यान नहीं दे पा रहे है और सोच रहे है की मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं? तो आप बिल्कुल सही जगह पहुंचे है । इस पोस्ट में हम जानेंगे की आखिर पढ़ने में स्टूडेंट्स का मन क्यों नहीं लगता ? वह कौनसी चीज है जो उन्हे विचलित करती है ? और इसका उपाय क्या है ?
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पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण
पढ़ने में मन नहीं लगने के कई कारण हो सकते है । इनमे से ज्यादातर पढ़ाई करने के माहौल और पढ़ने वाले के स्थिति से संबंधित होते है । इनमे से ज्यादातर को आसानी से निपटा जा सकता है लेकिन कुछ कारणों की और विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है । पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण,
- दबाव में पढ़ाई करना
- अध्ययन के लिए उचित वातावरण का अभाव
- इच्छा शक्ति और एकाग्रता की कमी
- अध्ययन के लिए उचित समय का अभाव
- विषय या टॉपिक को न समझना
- टेक्नॉलजी, सोशल मीडिया, अश्लील सामग्री देखने की लत
- उचित अध्ययन सामग्री का अभाव
- उचित मार्गदर्शन का नहीं मिलना
- अत्यधिक थकान या अन्य गड़बड़ी
- किसी और चीज में दिलचस्पी लेना
- शारीरिक या मानसिक बीमारी
पढ़ाई में मन कैसे लगाएं?
पढ़ाई के वक्त ध्यान केंद्रित करने में बाधा डालने वाले हर एक कारण को सही तरीके से हल करने से आप पढ़ाई में मन लगा सकेंगे । इसके लिए सबसे पहले आप को उन कारकों को खोजना है और खुद तथा किसी की मदद लेकर उसका हल करना है । याद रहें, अगर आप उन कारणों को ही ढूंढ नहीं पा रहे हो तथा इसे हल करने में कोई दिलचस्पी नहीं रखते तो शायद ही कोई आप की मदद कर पाए । और कोई भी पढ़ाई में मन लगाने के टोटके काम नहीं आएंगे ।
पढ़ाई में मन लगाने के उपाय
फिर भी हम इस पोस्ट में, ऐसे कुछ उपाय बता रहे है जो ज्यादातर स्टूडेंट्स के लिए कारगर होते है । हर एक स्टूडेंट का पढ़ाई में मन नहीं लगने का अपना कारण हो सकता है , लेकिन बहुत से स्टूडेंट कुछ कॉमन वजहों के शिकार होते है । इस पोस्ट में नीचे हम उन कॉमन वजहों हो ध्यान में रखते हुए कारगर उपाय बता रहे है । जिस की मदद से आप पढ़ाई में मन लगा पाएंगे । इसे आप पढ़ाई में मन लगाने का मंत्र भी समझ सकते है ।
अगर पढ़ाई में मन नहीं लग रहा तो इन उपाय को आजमा कर देखिए ,
पढ़ाई के लिए उचित वातावरण बनाएँ
यदि आप घर पर पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका कमरा साफ-सुथरा है और आपका स्टडी डेस्क अव्यवस्था से मुक्त है। एक कहावत है की “एक साफ जगह एक स्पष्ट दिमाग के लिए रास्ता बनाती है। ” जब आप काम कर रहे होते हैं तो आपको बस यही चाहिए होता है । यदि आपका अध्ययन स्थान ऐसी जगह है जहां आप आनंद लेते हैं तो आपको ध्यान केंद्रित करना आसान होगा और आप का पढ़ाई में मन लगेगा।
एक खूबसूरत????पौधे का गमला, व्यवस्थित रौशनी और कमरे में शांतता आप के स्टडी डेस्क को शानदार और ध्यान लगाने योग्य बनाएंगे । पढ़ाई के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला फर्निचर जैसे कुर्सी और टेबल एर्गोनोमिक होना चाहिए । रूम मे फ्रेश हवा आती रहनी चाहिए । किसी प्रकार की बदबू पढ़ाई के जगन आणि नहीं चाहिए । घर के अन्य सदस्यों का आना जाना इस रूम में कम होना चाहिए। इस तरह आप पढ़ाई के लिए उचित वातावरण बना सकते है ।
स्पष्ट और सटीक लक्ष्य निर्धारित करें
पढ़ाई करते वक्त आप का ????लक्ष हर समय आप के सामने होना चाहिए । आप को पता होना चाहियें की वास्तव में आप क्या और क्यों पढ़ना चाहते है । आप अपने लक्षों को छोटे और बड़े हिस्सों में बाँट दे। जिसमे आप का बड़ा लक्ष छोटे-छोटे लक्ष के पूरा होनेपर निर्भर हो । इस से आप उन छोटे छोटे लक्षों को पूरा कर आसानी से अपने बड़े लक्ष को पढ़ाई कर प्राप्त कर सकते है । यह लक्ष आप को पढ़ने की प्रेरणा देते है ।
इसका मतलब केवल यह लिखना नहीं है कि “मैं अपनी परीक्षाओं में अच्छा करना चाहता हूं,” बल्कि विवरण के साथ सटीक होना है। यदि आप एक निश्चित ग्रेड प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसे लिख लें; यदि आप किसी विशेष विश्वविद्यालय में भाग लेने की आशा रखते हैं, तो इसे अपने लक्ष्यों में शामिल करें – अपने लक्ष्यों को जितना संभव हो उतना ज्वलंत और ‘वास्तविक’ बनाने के लिए आप जो कुछ भी कर सकते हैं, वह उन्हें और अधिक प्रभावशाली बना देगा।
पढ़ाई के लिए शेड्यूल बनाएं
क्या आप कभी अपने आप को अपने डेस्क या टेबल पर बैठे हुए पाते हैं, अपना लैपटॉप खोलते हैं और सोचते हैं “अब क्या?” पढ़ाई का ????️ प्लान बनाने से आप को यह सवाल नहीं पड़ेगा की अब क्या । आप को बस यह देखना होगा की आज के शेडुल में क्या है । और बिना सोचे समझे आप को आज का गोल तथा टास्क पूरा करना है । इस तरह आप कब बड़े पढ़ाई के लक्ष को पूरा कर लेंगे आप को पता भी नहीं चलेगा। बिना शेडुल के आप का पढ़ाई का लक्ष बिखर सकता है ।
किसी कारणवश प्लान मे पीछे रह जाने के वजह से आप को इसे वक्त रहते दुरुस्त करना होगा और कभी कभी आने वाले शेडुल मे थोड़ा बहुत बदलाव भी करना होगा । आप जब पढ़ाई का प्लान बनाए तो थोड़ा एक्स्ट्रा टाइम बच जाए इसका भी खयाल रखे । प्लान बनाते वक्त मुश्किल टॉपिक पर अलग से रिवीजन के लिए भी वक्त असाइन करे । किस सब्जेक्ट तथा विषय को कितना वक्त देना चाहिए इसका फैसला बहुत सोच समझ कर करे। प्लान इसतरह बनाए और एक्सक्यूट करे की जिस वजह से टाइम मैनेजमेंट बेहतरीन तरीके से हो ।
अध्ययन स्ट्रैटिजी तथा पढ़ाई का तरीका बनाए
पढ़ाई करना भी एक तरह से कला है । सभी लोग एक ही तरीके से एक ही टॉपिक को समझ नहीं सकते । हम में से हर एक का ???? दिमाग ज्ञान को अलग अलग तरीके से ग्रहण करता है और समझता है । आप ने इस बात का कभी अनुभव किया होगा की जो टॉपिक आप को कई वक्त से समझ नहीं आ रहा था उसे आप के दोस्त ने चंद मिनटों में समझा दिया । ऐसा इसलिए क्यों की आप का दिमाग हर टॉपिक और हर चीज को एक ही तरह समझने की कोशिश करता है । जिस से कुछ विषय आप को मुश्किल जाते है और उसे पढ़ने में आप का मन नहीं लगता ।
इतिहास में माहिर दिमाग मैथ्स में कमजोर हो सकता है । इस परेशानी को अध्ययन स्ट्रैटिजी तथा पढ़ने का तरीका विकसित कर दूर किया जा सकता है । कुछ विषय कहानियों की तरह याद रख कर तथा रटने से याद हो जाते है लेकिन मैथ्स और साइंस को आप इस तरह नहीं पढ़ सकते । मैथ्स में आप को प्रॉब्लेम टाइप को समझकर याद फार्मूला इस्तेमाल कर सोल्यूशन निकालना होता है । और साइंस में आप को लॉजिक लगाना पड़ता है । इस तरीके को समझने से आप तेजी के साथ पढ़ाई कर सकते है ।
इसी तरह आप का दिमाग चीजों को किस तरह याद रखता है इसे आप पहचाने। उदाहरण के तौर पर किसी को पढ़ ने से याद होता है तो किसी को लिखने से । और किसी को पॉइंट्स निकाल कर रीविजन करने से। यह आप तय करे के किस तरह पढ़ाई करने से आप को पढ़ा हुआ याद रहत है । जो टॉपिक आप जल्द भूल रहे है उसे आप पॉइंट्स में ब्रेक करे और बार बार उसकी रेविजन करे । रिवीजन कुछ वक्त गुजरने के बाद करे तुरंत नया करे । दो रेविजन में बड़ा गैप(१-२ दिन) देने से वह अच्छी तरह याद रहती है ।
सभी संभावित ध्यान भटकाने वाले चीजों को रोकें
एक बार में ???????? ध्यान भटकने पर फिर से पूरी तरह ध्यान केंद्रित करने में औसतन २३ मिनट लगते है । इस बात से आप ध्यान भटकने के नुकसान को समझ सकते है । अगर आप भी पढ़ाई के दौरान बार बार मोबाईल में अलर्ट को देख रहे है या कोई आप की डोर बेल बजा रहा है तो यह पढ़ाई के लिए नुकसानदेह हो सकता है । स्क्रीन फ़्लैश, व्हाट्सप्प , ईमेल, फोन कॉल यह सब आप के लिए ध्यान भटकाने वाली चीजे है ।
साइट ब्लॉकर्स का उपयोग करना, अपनी सूचनाओं को बंद करना, या – इससे भी बेहतर – अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को पूरी तरह से दृष्टि से दूर रखने से आपको सभी विकर्षणों से दूर रखने में मदद मिलेगी और आपको अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा हाल ही में किए गए एक शोध प्रोजेक्ट के अनुसार, जब हमें सोशल मीडिया की सूचना मिलती है, तो हमारा मस्तिष्क हमारे इनाम के रास्ते में रासायनिक डोपामाइन भेजता है, जिससे हमें अच्छा महसूस होता है। डोपामाइन भोजन, व्यायाम और गेमिंग सहित उन सभी चीजों से जुड़ा है, जिनसे हम प्यार करते हैं। और हाल ही में, सोशल मीडिया।
समय के साथ, ये डोपामाइन हिट नशे की लत बन जाते हैं, और हम उस सकारात्मक भावना को और अधिक चाहते हैं। जैसे-जैसे हम अपने फोन को अधिक से अधिक देखते हैं, वैसे-वैसे हमारा ध्यान कम होने लगता है।
इसलिए, जब हमें ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है, तब इन ‘फील-गुड’ विकर्षणों को दूर करने से न केवल हमें अपने दिमाग को लंबे समय तक केंद्रित रहने के लिए प्रशिक्षित करने में मदद मिल सकती है, बल्कि हमें अपने स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक के आदी होने से बचने में भी मदद मिल सकती है।
सही ब्रेक ले और पोमोडोरो तकनीक आजमाएं
अध्ययन बार-बार दिखाते हैं कि जब छात्र नियमित रूप से ⌛ ब्रेक लेते हैं तो उत्पादकता बढ़ जाती है। अपने पुनरीक्षण या निबंध लेखन को प्रबंधनीय हिस्सों में विभाजित करके आप अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते है । आपके द्वारा किए जाने वाले हर 45 मिनट के ठोस काम के लिए, अपनी डेस्क से 15 मिनट का ब्रेक लें। चाहे वह कुछ ताजी हवा के लिए बाहर निकलना हो, जल्दी साफ-सुथरा होना हो या कुछ स्ट्रेच करना हो, हम गारंटी देते हैं कि आपका मस्तिष्क आपको बाद में धन्यवाद देगा!
हाल ही में, पोमोडोरो तकनीक की छात्रों और श्रमिकों को केंद्रित रहने और उनके कार्य सत्रों को अधिक केंद्रित बनाने में मदद करने के लिए सराहना की गई है।पढ़ाई में मन नहीं लगता तो आप को इसे जरूर आजमाना चाहिए ।
इसका आधार बहुत सरल है: काम करने के लिए एक कार्य का चयन करें, एक टाइमर सेट करें, तब तक काम करें जब तक कि वह बजता नहीं है, और फिर एक छोटा ब्रेक लें। आमतौर पर, यह अनुशंसा की जाती है कि आप 25 मिनट के लिए अध्ययन करें और 5 मिनट की छुट्टी लें, और तब तक दोहराएं जब तक कि कार्य पूरा न हो जाए। याद रखें, पोमोडोरो तकनीक की सफलता की कुंजी समय के माध्यम से बिना किसी रुकावट के सीधे काम करना है और कुछ नहीं करना ।
नियमित रूप से ध्यान, व्यायाम और प्रार्थना करें
हम जानते हैं कि ⛹????♂️ व्यायाम हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस से आप की ध्यान केंद्रित करने के क्षमता बढ़ जाती है । अध्ययनों से पता चला है कि नियमित व्यायाम न केवल आपके शरीर के लिए बल्कि आपके मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद है। शोध से पता चलता है कि अल्पावधि में, व्यायाम के साथ मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में वृद्धि से आपको दो या तीन घंटे तक अपना ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सकती है।
नियमित रूप से व्यायाम करने के लिए समय निकालने से तनाव और चिंता के लक्षणों को कम करते हुए हमारे समग्र मनोदशा और नींद में सुधार देखा गया है – ये सभी हमारे संज्ञानात्मक कार्य और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। व्यायाम के लाभों का अनुभव करना शुरू करने के लिए, अपने दिल की धड़कन को बढ़ाने के लिए ब्लॉक के चारों ओर कुछ तेज चलना शुरू करें। हम अध्ययन सत्र से पहले टहलने की सलाह देते हैं, ताकि आपके मस्तिष्क में रक्त प्रवाहित हो सके और आप सुस्त महसूस नया करे ।
ध्यान लगाना और नियमित प्रार्थना करने से मन को संतुष्टि मिलती है और पढ़ाई के दौरान कॉन्फिडेंट और ऊर्जावान महसूस करने में मदद मिलती है । अगर पढ़ाई में मन नहीं लगता तो आप को इस उपाय पर जरूर ध्यान देना चाहिए ।
गोल पूरा होनेपर अपने आप को पुरस्कार दें
पढ़ाई के लिए खुद को पुरस्कृत करना प्रेरित रहने की कुंजी है। ये छोटे पुरस्कार हो सकते हैं जैसे आपके द्वारा लिखे गए प्रत्येक पैराग्राफ के लिए ???? चॉकलेट का एक वर्ग या अपनी पसंदीदा नेटफ्लिक्स श्रृंखला का एक एपिसोड देखना जब आप किसी निश्चित विषय को संशोधित करने में महारत हासिल कर लेते हैं। पुरस्कार इस लिए भी होना चाहियें क्योंकी अब आप, मेरा पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करूं? इस सवाल से कुछ हद तक दूर हो चुके है ।
जब आपको लगता है कि आप वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं या जब असाइनमेंट सौंपे जा चुके हैं और परीक्षा समाप्त हो गई है, तो अपने आप को बड़ी चीजों से पुरस्कृत करें जैसे कि दोस्तों के साथ नाइट आउट या उन जूतों की जोड़ी खरीदना जिन पर आपकी नजर महीनों से थी। याद रखें, सिर्फ इसलिए कि यह परीक्षा का मौसम है, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको खुद का आनंद नहीं लेना चाहिए।
निष्कर्ष
हमें यह तो पता है के किन वजहों से हमारा पढ़ाई में मन नहीं लगता है । लेकिन इसमे सबसे जरूरी बात यह होती है की हम इसका उपाय क्या करें । ज्यादातर स्टूडेंट्स के साथ यहीं दिक्कत आती है के वह इन समस्याओं को ठीक से समझ नहीं पाते और इस वजह से इन्हे आसानी से दूँ नहीं किया जा सकता । नतीजे में, विद्यार्थी पढ़ाई का बहुत बड़ा नुकसान उठाता है । यह नकारात्मक नतीजा विद्यार्थी के जीवन पर प्रभाव डालता है । इसलिए अपने प्रॉब्लेम को समझकर किसी अनुभवी की मदद से आप को ऊपर दिए हुए उपाय करना चाहिए ताकि पढ़ाई में आप का मन लगा रहे ।