यह छोटी नैतिक कहानी – “घमंड करने का परिणाम” सभी ने सुनी होगी । लेकिन आप को इसे फिर किसी को सुनाने के लिए टेक्स्ट की जरूरत होगी । आप नीचे दिए हुए कहानी को मर्जी चाहे वैसे इस्तेमाल कर सकते है । आप इस कहानी को अपने बच्चों को सुनाए , उन्हे बहुत जरूरी नैतिक सीख मिलेंगी । इस छोटी कहानी द्वारा बच्चों मे घमंड ना करने की प्रेरणा पैदा होगी।
छोटी नैतिक कहानी – घमंड करने का परिणाम
तीन दोस्त थे । उन्होंने जादू विद्या सीख रखी थी । लेकिन वह तीनों बहुत ही घमंडी थे । वह बात बात पर अपने जादू विद्या पर इतराते और खुदको दूसरे से बेहतर साबित करने की कोशिश करते ।
एक दिन वह तीनों जंगल से गुजर रहे थे । घने जंगल मे पहुँचने पर उन्होंने देखा की रास्ते मे कुछ हड्डीया पड़ी हुई है ।
एक बोला “शायद यह किसी मारे हुए शेर की हड्डीया है “। बाकी दोनों ने भी कहा की हा शायद ।
पहला बोला : “में अपने जादू विद्या मे इतना माहिर हूँ की इस शेर की बिखरी हुई हड्डियों को जोड़ सकता हु “। और फिर उसने जादू से शेर की हड्डियों को जोड़ दिया ।
दूसरा बोला : ” यह तो कुछ भी नहीं , में अपने जादू विद्या मे इतना माहिर हूँ की इन शेर के इस हड्डी के ढ़ाचे मे मांस और चमड़ी उगा सकता हूँ “। फिर उसने जादू किया और शेर के हड्डियों पर मांस और चमड़ी या गई ।
अब तीसरे से रहा नहीं गया, वह बोला : ” यह तो कुछ भी नहीं , में अपने जादू विद्या से इस मरे हुए शेर मे प्राण डाल सकता हूँ “। फिर उसने जादू किया और उस शेर मे प्राण या गए और वह जिंदा हो गया ।
अब वह तीसरा घमंड कर ही रहा था की शेर जिंदा होकर खड़ा हो गया । चूंकि शेर के पेट मे कुछ था नहीं वह बहुत भूखा हो गया था । उसने झपट कर तीनों को मार डाल और खा गया । और जंगल की और निकल गया ।
Moral of the Story
कभी घमंड नहीं करना चाहिए । घमंडी को हमेशा दुख उठाना पड़ते है । और जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है ।