रूस का मिशन लुना-25 हमारे चंद्रयान -3 से 28 दिन बाद लॉन्च हुआ है । फिर भी वह चाँद पर चंद्रयान-3 से पहले लैन्डिंग कर सकता है ।
इस वेब स्टोरी में जानिए यह कैसे मुमकिन है ।
by Imran Sayyad
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14 जुलाई 2023 को श्री हरो कोटा से चंद्रयान-3 को LVM3-M4 रॉकेट द्वारा लॉन्च किया गया । जबकि रूस के मिशन लुना-25 को सोयुज 2.1 वी जैसे शक्तिशाली रॉकेट से 11 अगस्त 2023 को लॉन्च किया गया है ।
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चंद्रयान-3 को ले जाने वाला रॉकेट सीधे-सीधे यान को पृथ्वी के कक्षा से बाहर नहीं ले गया। बल्कि उसने पहले यान को पृथ्वी के कक्षा में स्थापित किया। जहां उसने कई दिन बिताए ।
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जब की लुना-25 को ले जाने वाला रॉकेट इतना शक्ति शाली था की उसने एक घंटे के भीतर ही यान को पृथ्वी के कक्षा से बाहर चाँद की और धकेल दिया ।
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चंद्रयान-3 ने पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण का इस्तेमाल करते हुए अपनी स्पीड बढ़ाई और कुछ दिन पृथ्वी के चक्कर लगाने के बाद चाँद की और रवाना हुआ। जब की रूस का यान एक घंटे में ही चाँद की और रवाना हुआ ।
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भले ही चंद्रयान-3 लुना-25 से पहले चाँद की कक्षा में पहुँच चुका है , लेकिन वह 23 अगस्त तक धीरे-धीरे कक्षा छोटी करेगा और चाँद पर लैंड करेगा। जब की लुना-25 कम वक्त में तेजी से यह सब करेगा । इसलिए वह चंद्रयान से 1-2 दिन पहले लैंड कर सकता है ।
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लेकिन यह हमारे लिए गर्व की बात है, क्योंकी इसरो ने बहुत ही कम खर्च में , कम संसाधनों में यह कामयाबी हासिल की है । और ऐसा करने में ISRO को अब महारथ हासिल हो चुकी है ।
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23 अगस्त को चंद्रयान-3 की लाइव लैंडिंग देखने लिए व्हाट्सप्प ग्रुप जॉइन करे